भारत के केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में बताया कि देश ने वैश्विक बाजार से तेल खरीदने के अपने स्रोतों में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। अब भारत 40 देशों से तेल खरीदता है, जो पहले 27 देशों से होता था। इस नए बदलाव से भारत को वैश्विक बाजार की स्थिति पर अधिक नियंत्रण मिला है।
Assam CM Himanta Biswa Sarma tweets, “Rahul Gandhi came to Assam and openly encouraged encroachers to occupy forest land. Emboldened by his reckless words, today a violent mob attacked our police and forest personnel while attempting to forcefully encroach upon the Paikan Reserve… pic.twitter.com/6mJtMutB37
— ANI (@ANI) July 17, 2025
वैश्विक तेल बाजार में भारत की नई रणनीति
भारत के ऊर्जा वार्ता 2025 में हरदीप सिंह पुरी ने जोर देकर कहा कि सरकार अब रूस के तेल निर्यात पर अमेरिका द्वारा की जा सकने वाली किसी भी कार्रवाई को लेकर चिंतित नहीं है। भारत ने अपने तेल आपूर्ति स्रोतों में विविधता ला दी है, जिससे वह किसी भी प्रतिबंध के प्रभाव से बच सकता है।
अन्य देशों से बढ़ी तेल आपूर्ति
मंत्री ने यह भी बताया कि ईरान और वेनेजुएला जैसे देश वर्तमान में प्रतिबंधों के अधीन हैं, लेकिन भविष्य में इन प्रतिबंधों के हटने की संभावना है। इसके अलावा, ब्राजील और कनाडा जैसे देश भी उत्पादन बढ़ा रहे हैं। इस वजह से भारत को तेल आपूर्ति की चिंता नहीं है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, भारत की नई रणनीति से यह स्पष्ट होता है कि देश अब तेल बाजार में अधिक स्वतंत्र और सुरक्षित स्थिति में है। इस कदम से भारत को वैश्विक घटनाक्रम से प्रभावित हुए बिना अपने ऊर्जा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।