Ram Janmabhoomi Ayodhya: भगवान राम भारतीय पौराणिक कथाओं में एक प्रमुख चरित्र हैं। उनका जन्म विष्णु भगवान के सातवें अवतार के रूप में जाना जाता है। भगवान राम का जन्म अयोध्या नगरी में हुआ था।
भगवान राम के जन्म की तारीख और कथा हमें वाल्मीकि रामायण में मिलती है। यह कथा अयोध्या में एक राजा दशरथ के बारे में है, जिनकी तीन पत्नियाँ थीं। उनकी प्रमुख पत्नी कौसल्या थी, जो भगवान राम की माता थी।
भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इस दिन को राम नवमी या राम जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम के जन्म स्थान को जगह अयोध्या के राम जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है।
भगवान राम का जन्म कथा में उनकी माता कौसल्या ने राम को जन्म दिया था। उनके पिता राजा दशरथ ने एक विशेष यज्ञ की आयोजन की थी, जिसमें उन्हें एक वरदान मिला था। इस यज्ञ के बाद राजा दशरथ को तीन पुत्रों की प्राप्ति हुई, जिनमें से एक थे भगवान राम।
भगवान राम का जन्म अयोध्या में हुआ और उनके जीवन की कई महत्वपूर्ण घटनाएं भी अयोध्या में ही हुईं। उनके जन्म स्थान को आज भी लोग यात्रा के लिए प्रमुख स्थल मानते हैं और उसे पूजा और आराधना का केंद्र मानते हैं।