Pita Ki Mahima Aur Grah Prabhav: पिता का प्यार और उनके महत्व का दिन
पिता का स्थान हमारे जीवन में बहुत खास होता है। पिता अपने परिवार के खाद्य-पानी से लेकर हर आवश्यकता का ध्यान रखते हैं। उनके बिना जीवन अधूरा लगता है। हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य पिता के प्रति आभार व्यक्त करना और उनके योगदान को सराहना देना होता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि पिता का स्नेह और उनका संघर्ष हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। फादर्स डे उन सभी पिताओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर है जो अपने परिवार की खुशियों के लिए अपने सपनों को त्याग देते हैं।
पिता और ग्रहों का संबंध
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति का जीवन किसी न किसी ग्रह से प्रभावित होता है। पिता का संबंध सूर्य ग्रह से माना जाता है। सूर्य को सभी ग्रहों का राजा कहा जाता है और ये जीवन में ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक होता है। सूर्य के प्रभाव से ही व्यक्ति के व्यक्तित्व में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता आती है। पिता का हमारे जीवन में वही स्थान होता है जैसे सूर्य का इस सौर मंडल में होता है। इसलिए फादर्स डे के दिन पिता की सेवा और सम्मान करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और खुशियां आती हैं।
फादर्स डे पर क्या करें
फादर्स डे पर हम अपने पिता के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त कर सकते हैं। इस दिन आप उन्हें कोई उपहार दे सकते हैं, उनके साथ समय बिता सकते हैं और उनके पसंदीदा कामों में शामिल हो सकते हैं। आप एक खास संदेश लिखकर या उन्हें एक कार्ड देकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं। पिता के साथ बिताए गए यह सुनहरे पल उनके लिए अनमोल होते हैं। इस दिन का उद्देश्य सिर्फ उन्हें खुश करना नहीं होता बल्कि उनके जीवन के महत्व को पहचानना और उनकी मेहनत के लिए आभार प्रकट करना होता है।
ग्रहों की स्थिति और शुभ समय
फादर्स डे के दिन सूर्य ग्रह की स्थिति और उसका प्रभाव महत्वपूर्ण हो सकता है। इस दिन सूर्य की अच्छी स्थिति आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। ज्योतिष के अनुसार, यदि इस दिन सूर्य ग्रह का प्रभाव अनुकूल हो तो परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर भगवान सूर्य को जल अर्पण करना शुभ माना जाता है। यह क्रिया जीवन में आने वाली नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करती है और घर में सुख-समृद्धि लाती है। यदि संभव हो तो इस दिन पिताजी के साथ मिलकर पूजा-पाठ करें, यह भी एक अच्छा उपाय है।